सुनेहला (सिट्रीन)रत्न पीले रंग का नरम तथा पूर्ण पारदर्शक रत्न होता है। यह पुखराज का उपरत्न है और पुखराज गुरु ग्रह का रत्न है इसलिए इसे पहनने से गुरू से संबंधित सभी लाभ मिलते हैं, मान-सम्मान की प्राप्ति होती है, निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है और सामाजिक कार्यों में रूचि बढ़ती है।
सुनहला रत्न के फायदे
सुनहला स्टोन को इसके हीलिंग गुणों के लिए जाना जाता है। इस खूबसूरत रत्न की कीमत भी ज्यादा नहीं है और इससे कई तरह के ज्योतिषीय लाभ भी प्राप्त किए जा सकते हैं। जानिए सिट्रीन स्टोन के फायदों के बारे में।
- ज्ञान और समृद्धि के ग्रह से संबंधित होने के कारण सुनहला करियर और व्यापार में लाभ देता है। यदि आपको बिजनेस में घाटा हो रहा है, बेवजह खर्चे होते रहते हैं और निवेश से भी लाभ नहीं मिल पा रहा है तो सुनहला स्टोन आपके दिन बदल सकता है।
- सिट्रीन स्टोन को पहनने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है जिससे धारणकर्ता अपनी सूझ-बूझ से सही निर्णय लेकर आर्थिक तंगी से निकलने में सफल होता है।
- सुनहला रत्न व्यक्ति की सीखने की क्षमता को भी बढ़ाता है और इस स्टोन को पहनने से व्यक्ति के एनालिटिकल स्किल्स अच्छे होते हैं।
- छात्रों के लिए सुनहला को बहुत लाभकारी माना जाता है। रिसर्च करने वाले लोगों और सरकारी नौकरी एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले लोगों को सिट्रीन पहनने से अपने लक्ष्य को पाने में मदद मिलती है।
- सुनहला स्टोन संबंधों को भी मजबूत करने की शक्ति रखता है। इस रत्न को पहनने से संबंधों के बीच के मन मुटाव को खत्म करने में मदद मिलती है। जिन विवाहित जोड़ों को संतान प्राप्ति में दिक्कत आ रही है, उन्हें सुनहला पहनने से लाभ होता है।
- सिट्रीन स्टोन में एनर्जी की सोलर क्वालिटी होती है। इस वजह से तीसरे चक्र या सोलर प्लेक्सस से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए सुनहला के हीलिंग क्रिस्टल का प्रयोग किया जाता है।